एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी की मंडी आजादपुर (दिल्ली) में व्यापारी भोला दत्त की कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मंगलवार को मौत हो गई जिससे व्यापारियों में डर का माहौल है। वहीं, मंडी प्रशासन का कहना है कि डी ब्लाक जहां व्यापारी भोला दत्त की फड़ थी उस पूरे इलाके को सैनेटाइज किया गया है, साथ ही फड़ के आस-पास के क्षेत्र को सील कर दिया गया है।
आजादपुर मंडी के डिप्टी सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि एहतियात के तौर पर व्यापारी के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है, ताकि उनका कोरोनावायरस का टेस्ट किया जाए, साथ ही जरूरत पड़ने पर उन्हें क्वारेंटाइन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन मंडी में सोशल स्डिटेंस और सैनेटाइज के साथ ही साफ-सफाई पर ज्यादा जोर दे रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंडी प्रशासन और भी कई कदम उठा रहा है। मंडी में आने वाले प्रत्येक ग्राहक को मास्क पहनकर आना अनिवार्य किया गया है, साथ ही एक समय में केवल 1,000 ग्राहकों को कूपन दिए जा रहे हैं तथा अगले चार घंटे बाद वही कूपन अगले 1,000 व्यापारियों को दिए जायेंगे। इससे मंडी में सोशल स्डिटेंस बनाने में मदद मिलेगी।
मंडी में आने वाले ग्राहकों का थर्मल स्क्रीनिंग गन द्वारा चेकअप भी किया जा रहा है
मनोज कुमार ने बताया कि मंडी में आने वाले ग्राहकों का थर्मल स्क्रीनिंग गन द्वारा चेकअप भी किया जा रहा है। मंडी में व्यापारियों को सब्जी और फल बेचने के लिए एक फड़ छोड़कर काम करने की अनुमति दी हुई है, इसके अलावा प्राइवेट गाड़ियों को मंडी में आने की अनुमति नहीं है। केवल वही गाड़ियां अंदर आयेंगी, जिनमें सब्जी या फिर फल हैं। उन्होंने बताया कि खाली गांडियों को भी मंडी में खड़ी करने की अनुमति नहीं है।
कई व्यापारियों ने डर के मारे मंडी में आना बंद किया
सब्जी कारोबारी बलबीर सिंह भल्ला ने बताया कि व्यापारी भोला दत्त की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत के बाद मंडी में खौफ का माहौल है, कई व्यापारियों ने मंडी में आना बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि मंडी प्रशासन एहतियात के तौर पर कई कदम उठा रहा है लेकिन फिर भी मंडी में भीड़ हो ही जाती है। उन्होंने बताया कि करीब 78 एकड़ में फैली इस मंडी में किसानों के साथ व्यापारी और मजदूर को मिलाकर करीब 40 से 50 हजार लोग रोज आते हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तथा अन्य पड़ोसी राज्याें की 60 से 70 फीसदी फल और सब्जी की जरूरतों को आजादपुर मंडी पूरा करती है, ऐसे में संक्रमण फैलने पर यह बेहद खतरनाक हो सकता है।