प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि लॉकडाउन में भी सरकार ने खेती और उससे जुड़े कामों को लगातार छूट दी थी जिससे गेहूं की में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि आज हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने कृषि कर्ज पर ब्याज की रियायत की तारिख को 31 अगस्त 2020 तक बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद का काम भी देशभर में सुचारू रूप से चल रहा है तथा अब तक देश में 360 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। पिछले साल इसी दौरान 342 लाख टन गेहूं की हुई थी। धान की खरीद 95 लाख टन हो चुकी है, जबकि पिछले साल यह 90 लाख टन थी। इसी तरह से दलहन और तिलहन की खरीद 16.07 लाख टन पर जा पहुंची है जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 15 लाख टन का था।
किसानों को कृषि कर्ज चुकाने के लिए मिली राहत
सरकार ने खेती और उससे जुड़े काम-धंधों के लिए तीन लाख रुपये तक के अल्पकालिक लोन के भुगतान में रियायत की मियाद 31 अगस्त, 2020 तक कर दी है। बड़ी हुई अवधि में किसानों को ब्याज पर रियायत का फायदा मिलेगा। फसली ऋण को चुकाने का समय 31 मार्च था, लेकिन लॉकडाउन के चलते किसानों को होने वाली परेशानी को देखते हुए इसकी समय सीमा बढ़ाकर 31 मई कर दी गई थी, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं है तो इस समय सीमा को 31 मई से बढ़कार 31 अगस्त, 2020 कर दिया गया है।