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Search Result : " नजमा हेपतुल्ला"

बीरेन सिंह ने ली मणिपुर के सीएम की शपथ

बीरेन सिंह ने ली मणिपुर के सीएम की शपथ

एन बीरेन सिंह ने आज मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें इंफाल में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने शपथ दिलाई। यह पहला मौका है जब राज्य में भाजपा की सरकार बनी है। उनके साथ आठ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी भाग लेना था पर विमान के इंजन में आई गड़बड़ी के कारण उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
मणिपुर में भी भाजपा ने बहुमत का जुगाड़ किया

मणिपुर में भी भाजपा ने बहुमत का जुगाड़ किया

गोवा में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने लायक बहुमत का जुगाड़ कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने आज मणिपुर में भी बहुमत का गणित बिठा लिया। राज्य में चार सीटें जीतने वाले नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चारों विधायकों ने आज मणिपुर में राज्यपाल नजमा हेप्तुल्ला से मुलाकात कर राज्य में सरकार गठन के लिए भारतीय जनता पार्टी को अपने समर्थन का ऐलान किया।
मणिपुर के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने कसी कमर

मणिपुर के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने कसी कमर

पांच राज्यों के चुनाव नतीजों वाले दिन सारा फोकस तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड पर ही केंद्रित रहा जहां भाजपा की दो और कांग्रेस की एक राज्य में जोरदार वापसी हुई है। इस गहमागहमी ने दो छोटे राज्यों पर लोगों का ध्यान नहीं गया जहां जनता ने किसी को भी साफ बहुमत नहीं दिया। भाजपा ने पूर्वोत्तर से कांग्रेस को साफ करने के अपने अभियान के तहत इस बार मणिपुर में पूरा जोर लगाया था और उसे 60 में से 21 सीटें भी मिली मगर पार्टी बहुमत से 10 सीटें दूर रह गई। दूसरी ओर राज्य में लगातार जीत रही कांग्रेस पार्टी भी 28 सीटें जीतकर बहुमत से तीन सीटें दूर खड़ी है। खास बात यह है कि यहां सत्ता की चाबी तीन छोटे दलों और निर्दलीयों के पास है जिन्होंने 11 सीटें जीत ली है। इनमें से चार-चार सीटें नगा पीपुल्स फ्रंट(एनपीएफ) और नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने जबकि एक-एक सीटें तृणमूल कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी और निर्दलीय ने जीती है।
इरोम राजनीति में आना चाह रही हैं तो स्वागत है उनकाः नजमा हेपतुल्ला

इरोम राजनीति में आना चाह रही हैं तो स्वागत है उनकाः नजमा हेपतुल्ला

अगले वर्ष पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव हैं। मणिपुर के चुनाव इस संदर्भ में रोचक होने वाले हैं कि आयरन लेडी इरोम शर्मिला ने इस दफा न केवल राजनीति में आने की इच्छा जाहिर की है बल्कि वह मुख्यमंत्री भी बनना चाहती हैं। उधर भारतीय जनता पार्टी ने भी अपना पूरा दम-खम लगा रखा है। मणिपुर के सामाजिक, राजनीतिक हालात पर वहां की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से बातचीतः
नजमा बोलीं, तीन तलाक की हो रही गैर इस्‍लामी व्‍याख्‍या

नजमा बोलीं, तीन तलाक की हो रही गैर इस्‍लामी व्‍याख्‍या

मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा है कि देश में कुछ तबको के द्वारा तीन तलाक परंपरा की गैर इस्लामी व्याख्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस्लाम असमानता का धर्म नहीं हैै। उन्‍होंने कहा कि 'तीन तलाक' (लगातार तीन बार तलाक बोल कर वैवाहिक संबंध तोड़ना) की परंपरा की व्याख्या सही ढंग से नहीं की जा रही है। नजमा के अनुसार इस्‍लाम में एक बार में तीन तलाक की कोई संकल्‍पना नहीं है।
एल गणेशन के बहाने मोदी की निगाह तमिलनाडु पर

एल गणेशन के बहाने मोदी की निगाह तमिलनाडु पर

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एल गणेशन मध्य प्रदेश से राज्यसभा में जाएंगे। यह सीट नजमा हेपतुल्ला के मणिपुर के राज्यपाल बनने से खाली हुई है। इस सीट के लिए कैलाश विजवर्गीय और शहनवाज हुसैन के नामों की भी चर्चा थी। लेकिन पार्टी ने गणेशन के नाम पर मुहर लगाई।
नजमा सहित तीन बने राज्यपाल, मुखी को उपराज्यपाल बनाया गया

नजमा सहित तीन बने राज्यपाल, मुखी को उपराज्यपाल बनाया गया

पूर्व केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्लाह को मणिपुर, बनवारी लाल पुरोहित को असम और वीपी सिंह बडनोर को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है। जबकि जगदीश मुखी को अंडमान का नया उपराज्यपाल बनाया गया है।
नजमा हेप्तुपल्ला ने भाजपा को बताया, लड़ेंगी उपराष्ट्रपति का चुनाव

नजमा हेप्तुपल्ला ने भाजपा को बताया, लड़ेंगी उपराष्ट्रपति का चुनाव

केंद्रीय कैबिनेट के सदस्यों के लिए अनाधिकारिक रूप से तय 75 वर्ष की आयु सीमा के कारण हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली नजमा हेप्तुल्ला उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ना चाहती हैं। इस संबंध में अपनी इच्छा से उन्होंने भाजपा को भी अवगत करा दिया है।
संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब संसदीय मामले की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) में अहम फेरबदल किया गया है। इस बदलाव में समिति में विशेष आमंत्रित स्मृति ईरानी को हटा दिया गया और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनके उत्तराधिकारी प्रकाश जावड़ेकर को प्रोन्नत कर उनकी जगह पर समिति में लाया गया है।
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