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‘जनता के सवालों से बचने के लिये प्रियंका प्रचार में अमेठी नहीं जा रही’

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अभी तक चुनाव प्रचार के लिये अमेठी नहीं जा रही है, क्योंकि वह जनता के सवालों से बचना चाहती है।
‘जनता के सवालों से बचने के लिये प्रियंका प्रचार में अमेठी नहीं जा रही’

स्मृति कानपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभायें करने आयी थी। उससे पहले एक पत्रकार वार्ता में उनसे पूछा गया कि आखिर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अमेठी में अभी तक प्रचार करने क्यों नहीं गयी है।

उन्होंने कहा कि शायद वह जनता से किये गये वायदे न पूरे होने के कारण अभी तक अमेठी नही जा रही हो। उन्हें डर हो कि अमेठी की जनता के सवालों का वह जवाब कैसे देंगी।

उन्होंने कहा, जब तक मैंने अमेठी से चुनाव नहीं लड़ा था, तब तक देशभर में पिछले साठ साल से अमेठी की यह छवि थी कि वहां एक परिवार का राज है और वहां की जनता पूरी तरह खुश है और विकास हो रहा है। लेकिन जब मैं अमेठी चुनाव लड़ने गयी तो पता चला कि अमेठी की जनता को मूलभूत सुविधायें तक नहीं मिल रही है, वहां की जनता झूठे वायदों से परेशान है। मैं अमेठी से चुनाव हारने के बाद भी वहां जनता के काम कर रही हूं।

उन्होंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव को निशाना बनाते हुये कहा कि उन्हें मालूम हुआ कि वह :अर्पणा: अपने क्षेत्र के मतदाताओं से यह वायदा कर रही है कि वह अपनी विधानसभा को अपराध मुक्त करेंगी। अर्पणा के इस वायदे से जनता का आक्रोश झलकता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कितनी खराब है।

ईरानी ने यह भी कहा कि सपा का एक विधायक बलात्कार और हत्या का आरोपी है उसके बावजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री उसे क्लीन चिट दे रहे है।स्मृति ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जब पहली जनसभा को संबोधित करने अमेठी गये तो उन्होंने अवैध खनन के आरोपों से घिरे एक मंत्री :गायत्री प्रजापति: के लिये जनता से कहा कि यह मंत्री उनके लिये बहुत जरूरी है इसे जरूर जिताना। इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री प्रदेश से भ्रष्टाचार और अपराध खत्म करने के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं है। मुख्यमंत्री का यह कहना कि चाचा :शिवपाल यादव: की वजह से अन्याय और भ्रष्टाचार की बढ़ोत्तरी हुई यह कहना गलत है।

उनसे पूछा गया कि कांग्रेस सपा गठबंधन से भाजपा में खलबली मच गयी है इस पर ईरानी ने कहा कि भाजपा में कोई खलबली नहीं है। अखिलेश को उत्तर प्रदेश में अकेले जीतने पर भरोसा नहीं था इसलिये उन्होंने कांग्रेस का साथ लिया। आज जगह जगह पोस्टर लगे है कि यूपी को यह साथ पसंद है लेकिन उन्हें मालूम हुआ कि कानपुर में ही दो सीटों :कैंट और महाराजपुर: पर सपा और कांग्रेस के प्रत्याशी एक दूसरे को पसंद नहीं है और आमने सामने चुनाव लड़ रहे है तो फिर यूपी को यह साथ कैसे पंसद आयेगा।

उनसे पूछा गया कि बसपा सुप्रीमों मायावती कह रही है कि भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ अफवाह फैला रही है कि बसपा और भाजपा मिल कर सरकार बना रही है। इस पर ईरानी ने कहा कि वह केवल खबर की सुर्खियों में बनी रहना चाहती है। बसपा के प्रति भाजपा के मन में कोई नरमी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बना रही है।

ईरानी से पूछा गया कि अगर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या वह मुख्यमंत्री का चेहरा होंगी। इस पर केवल इतना कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड का प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता और जनता चाहती है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनें। भाषा

 

 

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