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मुसलमानों को न पुरस्कार दो, न तिरस्कार करो बल्कि उन्हें अपनाओ: मोदी

केरल के कोझीकोड में दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती मनाने और अपनी राष्ट्रीय परिषद के बहाने भाजपा ने मुसलमानों को भी साधने की कोशिश शुरू कर दी है। राष्ट्रय परिषद को संबोधित करते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुसलमानों को वोट की मंडी का माल नहीं समझा जाना चाहिए।
मुसलमानों को न पुरस्कार दो, न तिरस्कार करो बल्कि उन्हें अपनाओ: मोदी

भाजपा 2019 के आम चुनावों के लिए अपनी मजबूत पकड़ हर वर्ग में बनाना चाहती है जिसमें दलित, पिछड़ों के साथ मुसलमान भी शामिल हैं। इसकी कोशिश पीएम मोदी ने कोझीकोड के राष्ट्रीय परिषद की बैठक से शुरू कर दी। मोदी ने अपने संबोधन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उद्धृत करते हुए कहा, दीनदयालजी कहते थे,  मुसलमान न वोट की मंडी का माल हैं न ही घृणा की वस्तु, उन्हें अपना समझो। प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उड़ी हमले के बाद देश जवाबी कार्रवाई के लिए उबल रहा है। आम जनता के मन में है कि भारत को पाकिस्तान पर हमला कर देना चाहिए। उड़ी हमले को लेकर कल केरल में हुई एक रैली में मोदी पाकिस्तान को चेता चुके हैं।

इस साल पार्टी दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती के बहाने गरीब कल्याण एजेंडे पर जुट कर काम करेगी। इस बार  राष्ट्रीय परिषद की बैठक का एजेंडा  गरीब कल्याण ही था। पार्टी इसी पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती थी। बीच में आतंकवादी घटना के बाद मोदी को इस पर बात रखनी पड़ी। फिर भी बैठक में दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन और  विचारों पर बात हुई और तय हुआ कि उनके दर्शन को घर घर तक पहुंचाया जाए। मोदी ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय वक्त से आगे का सोचते थे। उन्होंने  पचास साल पहले ही अपनी सोच स्पष्ट कर दी थी। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को न पुरस्कृत करें, न तिरस्कृत करें, बल्कि उनका परिष्कार करें।

हालांकि चर्चा यह भी है कि सरकार पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दे सकती है। भाजपा के लोग आम जनता के बीच राष्ट्रवाद जगा रहे हैं। ध्यान रखा जा रहा है कि ऐसे में देश के मुसलमान अलग-थलग न पड़ें।  भाजपा कोशिश करेगी कि मुस्लिम उनके साथ न भी आएं तो कम से कम लामबंद न हों।  क्योंकि यदि ऐसा होता है तो आगामी उत्तर प्रदेश और 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

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