Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

गणेश परिक्रमा के बदलते रूप

दीपावली के पावन पर्व की धूमधाम है। अब तो दशहरे से दीवाली के बाद तक पूजा-पाठ, उत्सव चलते हैं। गणेश, लक्ष्मी, विष्णु, सरस्वती, दूर्गा की आराधना के अलग-अलग रंग-रूप विभिन्न क्षेत्रों में दिखते हैं। लेकिन श्रीगणेश की महत्ता सर्वोपरि है।

जीत की आहट से कांग्रेस में कलह की दस्तक

राज्य में कांग्रेस दिग्विजय-कमलनाथ और सिंधिया-अरुण यादव खेमों में बंट गई है, दोनों खेमे वर्चस्व की होड़ में जुटे

बिजली परियोजना पर रण

बड़कागांव में पुलिस फायरिंग में चार लोगों की मौत के बाद विपक्षी दल सरकार को घेरने में जुट गए हैं

एलटीसी के नाम पर पैसों की ‘बंदरबांट’

ईमानदार माने जाने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को एलटीसी के मद में लिए गए पैसे वापस लौटाने को कहा गया है

जिंदगी की बजाय मिली मौत

भुवनेश्वर के अस्पताल में आग बताती है कि हमने हादसों से सबक नहीं लिया

ब्रह्मपुत्र पर बांध: किसका फायदा किसका नुकसान

बांध बनाने को लेकर भारत और चीन में हो रही है तनातनी

अनछुए ठिकानों पर मौज मेला

देश के कोने-कोने में ऐसे पर्यटनस्थल उपलब्ध हैं जो न सिर्फ देखने में खूबसूरत हैं बल्कि दुनिया के कई पयर्टन स्थलों से भी बेहतर हैं, बस जरूरत है तो उस जगह को तलाश करने की

खूबसूरती के साथ सुकून भी

भीड़-भाड़ से दूर चिलियानौला, द्वारहाट या कुंजापुरी जैसी जगहें अब पर्यटकों को लुभाने लगी हैं

जब ईश्वर बदल लेते हैं अपना धाम

भक्त ही ईश्वर के पास नहीं जाते बल्कि ईश्वर भी भक्तों के पास खुद पहुंचते हैं। उत्तराखंड में इसके साक्षी बनें

रोमांच से भरपूर हैं बिहार के पर्यटनस्थल

ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थलों के लिए विख्यात बिहार में ऐसे पर्यटनस्थल भी हैं जहां आप प्रकृति की गोद में विचरण कर सकते हैं

प्रकृति से इतिहास तक की जीवंत झांकी

यूपी में कदम-कदम पर पर्यटन स्थल बिखरे पड़े हैं, इनमें से कुछ को अभी पर्यटकों का इंतजार है

नीरवता का संगीत

धर्मकोट की निपट शांत संकरी गलियां शाम ढलते ही सुनसान हो जाती हैं, काले अंधेरे में समा जाती है

झरनों ने बनाया रमणीय

जंगलों के बीच जलप्रपात बने पर्यटकों का आकर्षण

असीरगढ़ को सैलानियों की दरकार

असीरगढ़ का किला ऐतिहासिक होने के साथ रहस्यमय भी है

लोढ़ा बिखेरेंगे बीसीसीआई की गिल्लियां

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को करना होगा आमूलचूल बदलाव

फैशन का संकट

इन दिनों पता नहीं क्यों लोग अंग-वस्त्रों को देखकर वैसे ही भड़कने लगे हैं जैसे लाल वस्त्र देखकर सांड भड़क जाया करते हैं। अभी तक क्या खाएं क्या पिएं और क्या कहें पर शुद्धतावादियों की वक्रदृष्टि थी, अब क्या पहनें पर भी उनकी कुदृष्टि पड़ने लगी है। हमारे महानायक अमिताभ जी को भी अपनी नातिन एवं पोती को पत्र लिखकर बताना पड़ा कि तुम्हारे स्कर्ट के एक इंच छोटे होने पर उंगलियां उठेंगी। तुम उन पर कतई ध्यान न देना और अपनी मर्जी से रहना। फिल्म-स्टारों की यह विडंबना है कि वे अपनी बात खुलकर नहीं कह सकते क्या पता कौन उनकी फिल्म पर अघोषित ‘बैन’ लगा दे।

ये गठबंधन क्या बन रहा बंधन

भारतीय जनता पार्टी केंद्र में जिस तरह तेजी से ऊपर आई और कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देख रही है उस रास्ते में हैं कई पेंच

थाली होगी और पौष्टिक

दाल, आटा, चावल आदि मूल भोजन संबंधी नये नियम जल्द होंगे लागू

बाजार में लौटी बहार

नवरात्रि और दुर्गा पूजा पर बिक्री के आंकड़ों से उत्साहित कंपनियों को दिवाली पर भी अच्छे कारोबार की उम्मीद

‘बिजली को राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है’

केंद्रीय विद्युत, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल गैर भाजपाशासित राज्यों के निशाने पर रहते हैं। राज्यों में जब भी बिजली की कमी होती है केंद्र को जिम्मेदार ठहराया जाता है। गुजरात के बडोदरा में स्वीच 2016 सम्मेलन के दौरान राज्यों और संघशासित प्रदेशों के बिजली, खनन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों की भी बैठक हुई। इस दौरान पीयूष गोयल से आउटलुक के विशेष संवाददाता ने विस्तार से बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:-

मिशन मधुमेह की तैयारी में आयुर्वेद

मगर आयुष मंत्रालय के बजट में पांच वर्षों से बढ़ोतरी नहीं होना इस लक्ष्य में खड़ी कर सकता है मुश्किलें

रिश्ते सुधारने की पहल

गोवा में ब्रिक्स और बिम्सटेक सम्मेलन के बाद भारत को अपनाना होगा सकारात्मक रुख

देहरी भई बिदेस

सात उपन्यास और तेरह कहानी संग्रह प्रकाशित, साहित्य से इतर शोध, आलोचना, संस्मरण आदि पर काम। फोन-09234685123

Advertisement
Advertisement
Advertisement