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गडकरी की ऐश का कच्चा-चिट्ठा

देश में बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना काम निकालने के लिए नेताओं, नौकरशाहों और पत्रकारों को तरह-तरह से उपकृत करती हैं, इसका ताजा उदाहरण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मामले में देखा जा सकता है। उन्होंने अपने परिवार के साथ एस्सार कंपनी के मालिक रुइया के शानदार याट में दो दिन दक्षिण फ्रांस में बिताये थे। यह बात 7-8 जुलाई 2013 की है।
गडकरी की ऐश का कच्चा-चिट्ठा

सनरेज नाम के याट की इस शानदार यात्रा में गडकरी परिवार के नौ लोग शामिल थे।  

एस्सार ग्रुप के ऊंचे ओहदेदार कर्मचारियों के मेल में इस यात्रा का विवरण पढ़ा जा सकता है।

आउटलुक के बिजनेस एडिटर सुनीत अरोड़ा के हाथ कर्मचारियों के बीच ईमेल के आदान-प्रदान की कॉपी लगी है। मेल में गडकरी की यात्रा के बारे में बात की गई है। और गडकरी का ख़ास तौर पर ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है। 

30 जून को लिखे ईमेल में एस्सार स्टील इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन की तरफ से उनके एक्जिक्यूटिव असिस्टेंट आशीष राजगढ़िया ने सनरेज याट के कैप्टन को एक मेल भेजा। इसमें लिखा है-

‘भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष (विपक्षी पार्टी) मिस्टर नितिन गडकरी अपनी यूरोप यात्रा पर हैं और वह दो-तीन दिन सनरेज पर बिताना चाहते हैं। मिस्टर पीएनआर/पीएसआर इस बात पर सहमत हैं।’ 

आरएनआर रविकांत रुइया के लिए और पीएसआर उनके भतीजे प्रशांत रुइया के लिए इस्तेमाल किया गया है। 

 सनरेज का कैप्टन उसी दिन जवाब देता है-    

‘समझ गया, फिलहाल एएसआर (अंशुमान रुइया, प्रेसिडेंट, एस्सार पावर) मेरे साथ हैं। वे लोग 3 जुलाई को चले जाएंगे।’

इसके बाद 7-8 जुलाई को गडकरी और उनके परिवार ने दो दिन रुइया की याट पर बिताये थे। उनके साथ पत्नी कंचन गडकरी के अलावा परिवार के बाकी सदस्य निखिल गडकरी, रुतुजा गडकरी, सारंग गडकरी, मधुरा गडकरी,केतकी गडकरी, नंदिन गडकरी और गडकरी के प्राइवेट सेक्रेटरी वैभव डांगे थे।

एस्सार कंपनी का नाम इससे पहले टूजी घोटाले में भी आ चुका है। अपने पक्ष में कैसे लॉबिंग की जाये इस बात में कंपनी को महारत हासिल है।

एस्सार समूह के आंतरिक मेल में गडकरी के अलावा कांग्रेस नेता और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, भाजपा नेता वरुण गांधी समेत कई पत्रकारों और नौकरशाहों के भी उपकृत होने का ज़िक्र है।

इस बीच वरिष्ठ एडवोकेट प्रशांत भूषण ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है।   

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