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युवी और धोनी का धमाल, भारत ने श्रृंखला जीती

युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी ने बाराबती स्टेडियम में आज अपना पुराना रंग दिखाकर दिलकश शतकीय पारियां खेली जिससे भारत ने रोमांच से भरे बड़े स्कोर वाले दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इयोन मोर्गन के साहसिक शतक पर पानी फेरकर इंग्लैंड को 15 रन से हराया और तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बनायी।
युवी और धोनी का धमाल, भारत ने श्रृंखला जीती

युवराज ने 127 गेंदों पर 150 रन की जबर्दस्त पारी खेली जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर है। धोनी ने भी अपना असली जलवा दिखाया और 122 गेंदों पर 134 रन बनाये। भारत ने बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर कप्तान विराट कोहली सहित तीन विकेट 25 रन पर गंवा दिये थे जिसके बाद युवराज और धोनी ने चौथे विकेट के लिये रिकार्ड 256 रन की साझेदारी निभायी जिससे टीम छह विकेट पर 381 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रही।

मोर्गन ने आखिर तक इंग्लैंड की उम्मीद बनाये रखी लेकिन आखिर में उनकी टीम आठ विकेट पर 366 रन तक ही पहुंच पायी। सलामी बल्लेबाज जैसन राय (82) ने टीम को अच्छी शुरूआत दी और जो रूट (54) के साथ दूसरे विकेट के लिये 100 रन जोड़े। कप्तान मोर्गन ने फार्म में वापसी करके 81 गेंदों पर 102 रन की पारी खेली और मोईन अली (55) के साथ छठे विकेट के लिये 93 रन और लियाम प्लंकेट (नाबाद 26) के साथ चार ओवर में 50 रन की साझेदारी की लेकिन यह जीत के लिये पर्याप्त नहीं था।

इंग्लैंड को आखिरी आठ ओवरों में 105 रन की दरकार थी। मोर्गन ने बड़े साहसिक तरीके से मिशन आगे बढ़ाया लेकिन जब आखिरी ओवर में 22 रन चाहिए थे तब तक वह पवेलियन लौट चुके थे। भुवनेश्वर (63 रन देकर एक) ने इस ओवर में छह रन दिये।

बल्लेबाजों के लिये स्वर्ग बनी पिच पर भारतीयों गेंदबाजों में रविंद्र जडेजा ने प्रभाव छोड़ा। उन्होंने दस ओवर में 45 रन देकर एक विकेट लिया। रविचंद्रन अश्विन सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 65 रन देकर तीन विकेट जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने नौ ओवर में 81 रन देकर दो विकेट लिये।

इंग्लैंड को वर्तमान भारत दौरे में अब भी पहली जीत की दरकार है। उसे इससे पहले पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था। इन दोनों टीमों के बीच तीसरा और अंतिम वनडे 22 जनवरी को कोलकाता में होगा।

लगभग तीन साल बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले बायें हाथ के बल्लेबाज युवराज ने अपने करियर का 14वां और इंग्लैंड के खिलाफ चौथा शतक लगाया। युवराज ने इससे पहले अपना आखिरी शतक विश्व कप 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था।

युवराज ने इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज क्रिस वोक्स (46 रन देकर चार विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर को कैच थमाने से पहली अपनी पारी में 127 गेंदें खेली तथा 21 चौके और तीन छक्के लगाये। इस पारी के दौरान वह भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में सर्वाधिक रन (1478) बनाने वाले बल्लेबाज भी बने। उन्होंने सचिन तेंदुलकर (1455 रन) को पीछे छोड़ा।

धोनी ने कप्तानी छोड़ने के बाद पहली शतकीय पारी खेली जो उनके करियर का दसवां सैकड़ा है। उन्होंने अपनी पारी में 122 गेंदें खेलकर दस चौके और छह छक्के लगाये। वह इस दौरान वनडे में 200 या इससे अधिक छक्के लगाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज भी बने। भारत ने आखिरी दस ओवरों में 120 रन ठोके और इंग्लैंड के खिलाफ अपना दूसरा सर्वोच्च स्कोर बनाया। यही नहीं यह 23वां अवसर है जबकि भारत ने 350 से अधिक रन बनाये और इस तरह से उसने दक्षिण अफ्रीका (22 बार) को पीछे छोड़ा।

टास गंवाने के बाद भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसने पहले पांच ओवर में दोनों सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (पांच) और शिखर धवन (11) तथा बेहतरीन फार्म में चल रहे कप्तान कोहली (पांच) का विकेट गंवा दिया। इन तीनों को वोक्स ने पवेलियन भेजा।

यहां से धोनी और युवराज ने स्थिति संभाली जबकि निचले क्रम में पिछले मैच के नायक केदार जाधव ने दस गेंदों पर 22, हार्दिक पंड्या ने नौ गेंदों पर नाबाद 19 और जडेजा ने आठ गेंदों पर नाबाद 18 रन बनाये।

इंग्लैंड ने एलेक्स हेल्स (14) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिन्हें बुमराह ने धोनी के हाथों कैच कराया। रूट और राय ने दूसरे विकेट के लिये 100 रन की साझेदारी की। अश्विन ने अपने पहले ओवर में ही रूट को पवेलियन भेजा। कोहली ने मिडविकेट पर दौड़ लगाकर उनका कैच लपका।

राय ने एक छोर संभाले रखा लेकिन जडेजा की गेंद थर्ड मैन पर खेलने के प्रयास में वह बोल्ड हो गये। उन्होंने 73 गेंदें खेली तथा नौ चौके और दो छक्के लगाये। बेन स्टोक्स (एक) ने आते ही अश्विन की गेंद अपने विकेटों पर खेली। अश्विन ने इसके बाद जोस बटलर (10) को भी आउट किया। धोनी ने वाइड गेंद पर अपनी चपलता दिखाकर उन्हें स्टंप आउट किया।

मोर्गन ने एक छोर संभाले रखा और उन्हें मोईन के रूप में अच्छा साथी भी मिला। मोईन जब 37 रन पर थे तब भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर जडेजा ने उनका मुश्किल कैच छोड़ा। भुवनेश्वर ने आखिर में मोईन को धीमी गेंद पर बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी।

मोर्गन और प्लंकेट ने आखिरी क्षणों में लंबे शाट खेलकर भारतीयों की पेशानी पर बल ला दिये थे। मोर्गन ने बुमराह पर चौका जड़कर अपना शतक पूरा किया लेकिन इस गेंदबाज ने दो गेंद बाद इंग्लैंड के कप्तान को रन आउट करके भारतीयों में खुशी की लहर दौड़ा दी। मोर्गन ने अपनी पारी में छह चौके और पांच छक्के लगाये।

इससे पहले वोक्स ने अपने दूसरे ओवर की कोण लेती पहली गेंद पर राहुल को स्लिप में स्टोक्स के हाथों कैच कराया। कोहली ने आते ही उन पर दो चौके जमाये लेकिन इसी ओवर की आखिरी गेंद पर वह भारतीय कप्तान का कीमती विकेट निकालने में सफल रहे। वोक्स की यार्कर कोहली के बल्ले का किनारा लेकर दूसरी स्लिप में गयी जहां स्टोक्स ने नीचा रहता हुआ कैच लिया। उन्होंने अगले ओवर में धवन को बोल्ड किया जो फिर से फार्म में वापसी करने में नाकाम रहे।

युवराज ने शुरू से प्रवाहमय बल्लेबाजी की और आखिर में जब उन्होंने 98 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया तो दर्शक खुशी से झूमने लगे। इसके बाद उन्होंने वोक्स पर छक्का जड़ने के बाद स्टोक्स की गेंद भी छह रन के लिये भेजी और इससे अपना पिछला सर्वोच्च स्कोर (139 रन बनाम आस्ट्रेलिया, 2004) को पार किया।

युवराज जब 146 रन पर थे तब अंपायर ने उन्हें विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया था। धोनी के कहने पर उन्होंने डीआरएस लिया जिससे साफ हो गया कि वह आउट नहीं हैं। युवराज हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाये और वोक्स के अगले ओवर में आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। धोनी ने इससे पहले इसी ओवर में पहला छक्का और फिर एक रन लेकर 106 गेंदों पर अपना सैकड़ा पूरा किया।

धोनी इसके बाद हावी हो गये और डेथ ओवरों में उन्होंने लंबे शाट खेलने के अपने कौशल का शानदार नजारा पेश किया। उन्होंने लियाम प्लंकेट के एक ओवर में तीन छक्के लगाये लेकिन आखिरी गेंद पर सीमा रेखा पर डेविड विली ने उनका कैच लपक लिया।

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