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दिल्ली: रैगिंग के आरोपी पांच एमबीबीएस छात्र निलंबित

जीटीबी अस्पताल परिसर में चल रहे यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस (यूसीएमएस) ने रैगिंग मामले में एमबीबीएस के पांच छात्रों को एक महीने के लिए कक्षा से और छह महीने के लिए हॉस्टल से निकाल दिया है। साथ ही उन पर पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने इसे रैगिंग की बजाय अनुशासनहीनता माना है।
दिल्ली: रैगिंग के आरोपी पांच एमबीबीएस छात्र निलंबित

प्रशासन ने इन छात्रों के अभिभावकों से एक हलफनामा देने को कहा है। यूसीएमएस के प्रिंसिपल प्रोफेसर वीपी गुप्ता ने कार्रवाई की पुष्टि है। कॉलेज के उप रजिस्ट्रार एस के डोगरा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, 2013 बैच के छात्र उत्पल कांत, 2014 बैच के अमूल्य अग्रवाल, अतुल दहिया, शांतनू नागपाल और 2015 बैच के सौरभ राठी पर यह कार्रवाई की गई है।

अनुशासन कमेटी ने इन्हें हॉस्टल के पास उत्पात करने, शराब और सिगरेट के सेवन का दोषी पाया है। साथ ही उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर फिर से वे इस तरह की घटना में शामिल होंगे तो उन पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, 11 अप्रैल को ही कुछ छात्रों के परिजनों को कॉलेज बुलाकर कार्रवाई से अवगत करा दिया गया था। सोमवार को आदेश की प्रति छात्रों को देने के साथ नोटिस बोर्ड पर भी चस्पा कर दिया गया। उधर, आरोपी छात्रों का कहना है कि जब शिकायत ही गलत पाई गई तो उनके ऊपर कार्रवाई क्यों की जा रही है। शुक्रवार को शराब पी गई थी तो सोमवार को इसकी पुष्टि कैसे हो गई। उनका कोई मेडिकल टेस्ट भी नहीं हुआ।

यह है मामला

सात अप्रैल को प्रथम वर्ष के कुछ छात्रों के साथ हॉस्टल के गेट पर मारपीट और जबरन शराब पिलाने की घटना हुई थी। आठ अप्रैल को पीड़ितों में एक दलित छात्र ने इसकी शिकायत सेंट्रल रैगिंग सेल में कर दी। नौ अप्रैल को मामला कॉलेज प्रशासन व पुलिस के पास आया। दस को कॉलेज की रैगिंग कमेटी ने जांच की।

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