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नोटबंदी : हंगामे के कारण रास स्थगित

सरकार द्वारा 500 रूपये और 1000 रूपये के नोट अमान्य किए जाने के बाद देश में उत्पन्न हालात पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान कल विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर आज उच्च सदन में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच टकराव हुआ और एक दूसरे से माफी की मांग को लेकर सदस्यों के हंगामे के चलते बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नोटबंदी : हंगामे के कारण रास स्थगित

बैठक शुरू होने पर उपसभापति पी जे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल के तहत मुद्दे उठाने के लिए कहा, अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी नदी का मुद्दा उठाते हुए आसन के समक्ष आ कर नारे लगाने लगे। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि देश में उत्पन्न अराजक एवं अफरातफरी की स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है।

 इसी दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद से माफी की मांग करते हुए अपने स्थानों से आगे आ गए। उप सभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों से शांत रहने और अपने स्थानों पर जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा अगर सदस्य अपनेर् स्थानों पर जा कर शांति से अपनी बात कहेंगे तो अच्छा होगा। मैं सबको अपना पक्ष रखने का मौका दूंगा।

 

अब तक कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ कर प्रधानमंत्री से माफी की मांग करते हुए नारे लगाने लगे। उनका कहना था कि पुराने 500 रूपये और 1000 रूपये के 86 फीसदी नोट वापस लिए जाने के निर्णय से आम लोगों को हो रही परेशानी के लिए सरकार और प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा विपक्ष के नेता ने कल कहा कि जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकवादियों ने जितने लोगों को मारा, उससे कहीं अधिक लोगों की जान सरकार द्वारा उठाए गए नोटबंदी के कदम से गई है।

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