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देश में स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद शुरू हो गई है -पीयूष गोयल

केन्द्र सरकार ने जिस तरह से देश में एलईडी बल्ब लगाकर बिजली क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरूआत की थी, अब उसी तर्ज पर स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को इसके लिए देश के इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर को तैयार रहने के लिए कहा है।
देश में स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद शुरू हो गई है -पीयूष गोयल

पीयूष गोयल सोमवार को ग्रेटर नोएडा में इंडियन इलेक्ट्रीकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईईईएमए-ईमा) द्वारा आयोजित ‘इंटीलेक्ट 2017 एंड डिस्ट्रीब्यूलेक’ कार्यक्रम में बोल रहे थे। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में इस प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर के लिए देश तैयार है। इसके लिए सभी राज्यों को तैयार कर लिया गया है। आने वाले दिनों में नये कनेक्शन देते समय सिर्फ स्मार्ट मीटर ही लगाये जाएंगे। यही नहीं मौजूदा सामान्य बिजली मीटरों की जगह भी स्मार्ट मीटर लगाये जाएंगे। देश के सभी 25 करोड़ घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का एक बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा। 
गोयल ने बताया कि बड़े पैमाने पर सरकारी खरीद होने से स्मार्ट मीटर की कीमत में कमी आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। पहले इसकी कीमत 8000 रुपये थी जो आज की तारीख में 60 फीसद घटकर 3,223 रुपये रह गई है। राज्यों के स्तर पर खरीद शुरू होने पर स्मार्ट मीटर की कीमत में और कमी आएगी। बहरहाल, सभी 25 करोड़ घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू होगा। स्मार्ट मीटर काफी सुरिक्षत माने जाते हैं। इनमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती, इससे बिजली की चोरी रुकेगी।
 
उन्होंने बिजली सेक्टर के निजी कंपनियों से आह्वान किया स्मार्ट मीटर के लिए अपने प्लान तैयार करें। इसके अलावा पीयूष गोयल ने कहा कि देश को यंग इंजीनियर्स की जरूरत है। इस तरफ कंपनियों को सोचना चाहिए। रिसर्च होने चाहिए। स्मार्ट ग्रिड पर उन्होंने इसके लिए नार्म्स होना चाहिए। 2012 में फेल हुए ग्रिड सिस्टम को याद करते हुए कहा कि वह बहुत बुरा दौर था, जिसे पूरे विश्व ने देखा। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए की ऐसा दौर दोबारा न आए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के 5 करोड़ घरों को बिजली की जरूरत है। इसको पूरा करना बहुत बड़ा चैलेंज है। उन्होंने कहा कि इस समय बिजली की अधिकता से अधिक गुणवत्ता की जरूरत है। इस मौके पर आईईईएमए के अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि बिजली सेक्टर प्रधानमंत्री मोदी के 2019 तक चौबीस घंटे बिजली के सपने को पूरा करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दो सालों में भारतीय बिजली क्षेत्र अवसरों के क्षेत्र के रूप में उभरा है। इसका भविष्य इलेक्ट्रिकल आॅपरेशनल टेक्नॉलॉजी (ओटी) एवं इंफोर्मेशन टेक्नॉलॉजी (आईटी) पर निभर्र करता है। यह कार्यक्रम क्षेत्र में विश्वसनीयता, क्षमता और स्थिरता लाने के लिए ऊर्जा, आॅटोमेशन, कम्युनिकेशन, सॉफ्टवेयर एवं एनालिटिक्स को एक ही मंच पर लाया जाएगा। आॅर्गेनाइजिंग कमेटी के चैयरमेन और आईईईएमए के डीजी सुनील मिश्रा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में बिजनेस पार्टनर मध्य प्रदेश राज्य है। इस प्रदर्शनी में 100 से अधिक कंपनियों ने शिरकत की है। 

 

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