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अदालत में जेठमलानी ने ‘महानता’ पर उठाए सवाल, उलझकर रह गए जेटली

दिल्ली की एक अदालत में वकील राम जेठमलानी ने आज आम आदमी पार्टी पर वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा मानहानि का मुकदमा दायर किए जाने पर उनसे पूछताछ की। लंबे समय तक चलने वाली इस बहस में जेठमलानी ने जेटली को यह समझाने के लिए कहा कि किस तरह से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, जिसे कभी सुधारा नहीं जा सकता और न ही उसे मापा जा सकता।'
अदालत में जेठमलानी ने ‘महानता’ पर उठाए सवाल, उलझकर रह गए जेटली

दिल्ली हाइकोर्ट में जेठमलानी ने जेटली से पूछा कि इसके पीछे कोई बड़ा कारण तो नज़र नहीं आता सिवाय इसके कि आप खुद अपने बारे में ऐसा सोचते हैं? इस पर जेटली ने जवाब देते हुए कहा कि मेरे सम्मान को पहुंचे नुकसान के लिए जो मैंने कीमत लगाई है वो उस बड़ी क्षति का एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है जो दरअसल मुझे पहुंची है।

इसी दौरान जेठमलानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को किसी तरह का आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है इसीलिए वह कह रहे हैं कि इसे मापा नहीं जा सकता। इस पर जेटली ने कहा 'मेरे बैकग्राउंड और प्रतिष्ठा को देखें तो मेरे सम्मान को इतना बड़ा नुकसान पहुंचा है कि उसे मापा नहीं जा सकता।

इस पर जेठमलानी ने कहा 'दूसरे शब्दों में यह आपका मानना है कि आप इतने महान हैं कि इसे आर्थिक तौर पर नहीं मापा जा सकता।' जवाब में वित्तमंत्री ने यह सब उन विचारों के आधार पर कहा है जो उनके दोस्त, शुभचिंतक और अन्य लोग, निजी और सार्वजनिक तौर पर इस विषय पर जाहिर कर चुके हैं।

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि जब जेटली दिल्ली क्रिकेट बॉडी (डीडीसीए) के प्रमुख थे तब वह और उनका परिवार संस्था में आर्थिक कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार थे। इस पर जेटली ने मानहानि का मुकदमा दायर किया जिसमें 10 करोड़ रुपये की मांग की गई। पिछली सुनवाई में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेटली और उनके परिवार के बैंक विवरण और टैक्स रिटर्न्स की मांग की थी। जेटली ने जवाब दिया कि मैंने तो पहले ही कहा कि मेरी जो मानहानि हुई है उसकी क्षतिपूर्ति पैसे के आधार पर तो नहीं की जा सकती।

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