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केरल फिल्मोत्सव में बयां होगा प्रवासियों का दर्द

केरल के इक्कीसवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में पलायन और विस्थापन की कठोर वास्तविकताओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिनमें उनकी कठिनाइयां और संकट शामिल होंगे।
केरल फिल्मोत्सव में बयां होगा प्रवासियों का दर्द

तिरुअनंतपुरम। अंतरराष्ट्रीय केरल फिल्मोत्सव इस बार नौ से सोलह दिसंबर के बीच आयोजित किया जाएगा। समारोह के आयोजक केरल राज्य चलचित्र अकादमी ने एजेंसी को बताया कि इसमें मशहूर फेस्टिवल प्रोग्रामर और समीक्षक पाओलो ब्रटोलिन की आठ फिल्मों के एक विशेष पैकेज के जरिए मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को दिखाया जाएगा, जो अस्तित्व के लिए किए गए उनके संघर्ष पर केंद्रित हैं।

उन्होंने कहा कि इसमें प्रवासियों द्वारा सामना की जाने वाली कठिनाइयों, विसंगतियों और ज्यादतियों को दर्शाया जाएगा। यह विभिन्न कारणों से विस्थापित हुए कई देशों के प्रवासियों के लिए एकजुटता व्यक्त करने का एक प्रयास है।

इसके अलावा विभिन्न श्रेणियों में शामिल अधिकतर फिल्में मानव पलायन और विस्थापन के अंतहीन संघर्ष पर आधारित हैं।

टेमर ईआई सैद की इन द लास्ट डे ऑफ द सिटी, गियापफ्रांसको रोजी की फायर एट सी  और आईडी समेत कई फिल्में इस श्रेणी में प्रदर्शित की जाएंगी।

अकादमी के सूत्रों ने बताया कि इस श्रेणी में प्रदर्शित की जाने वाली अधिकतर फिल्में जीवन की सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं।

भाषा

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