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वर्ष 2015-16 के लिए सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने भरा आईटीआर

बीते वित्त वर्ष में महज 10 लाख ईमानदार लोगों ने आयकर रिटर्न भरते हुए घोषित किया कि उनकी सालाना आय 10 लाख रुपये से अधिक है। सरकार द्वारा जारी आंकडों से यह भी खुलासा हुआ है कि वर्ष 2015-2016 के दौरान सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने ही आयकर रिटर्न भरा।
वर्ष 2015-16 के लिए सिर्फ चार प्रतिशत लोगों ने भरा आईटीआर

सरकारी आंकडों के मुताबिक, साल 2012-13 के दौरान 20 हजार से कम ही ऐसे लोग सामने आए जिन्होंने स्वीकार किया कि उनकी आय सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक है। इस वर्ष दाखिल किए गए 3.1 करोड़ लोगों में से अधिकतम 20 लाख लोग ही 5.5 से 9.5 लाख सालाना आय के दायरे में पाए गए।

आयकर विभाग ने व्यापक इस्तेमाल और विश्लेषण के मकसद से वित्त वर्ष 2000-01 से लेकर 2014-15 तक के आंकड़े जारी किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयकर के आंकड़े जारी करने का यह एक उल्लेखनीय निर्णय है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘पारदर्शिता और नीति निर्माण की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।’

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