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अप्रत्यक्ष कर संग्रह से पहली बार बजटीय लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद

चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह बजट अनुमान से करीब 40,000 करोड़ रुपये अधिक हो सकता है जिससे सरकार को पिछले पांच साल में पहली बार राजस्व संग्रह का बजटीय लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने बुधवार को कहा कि इससे प्रत्यक्ष कर संग्रह में कमी की भरपाई हो जाएगी।
अप्रत्यक्ष कर संग्रह से पहली बार बजटीय लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद

वित्त वर्ष 2015-16 के लिए बजट में तय 14.49 लाख करोड़ रुपये कर संग्रह लक्ष्य में से 7.97 लाख करोड़ रुपये प्रत्यक्ष करों (कार्पोरेट और आयकर) से और 6.47 लाख करोड़ रुपये सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर जैसे अप्रत्यक्ष करों से प्राप्त होने का अनुमान है। केंद्रीय राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा, ‘चालू वित्त वर्ष के दौरान हमारी अप्रत्यक्ष कर प्राप्तियां बजट में तय लक्ष्य से 40,000 करोड़ रुपये अधिक रह सकती हैं। कुल मिलाकर हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के लिए तय कर राजस्व संग्रह लक्ष्य शत प्रतिशत हासिल कर लिया जाएगा।’

इससे पहले सरकार लगातार कई वर्षों से कर संग्रह के पूरे लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रही थी। इससे पहले 2010-11 में कर राजस्व बजट लक्ष्य से अधिक हुआ था। चालू वित्त वर्ष के 10 महीने की अवधि (अप्रैल-जनवरी 2015-16) के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह 5.44 लाख करोड़ रुपये है जो पूरे वर्ष के लक्ष्य का 88 प्रतिशत है जबकि प्रत्यक्ष कर संग्रह 5.22 लाख करोड़ रुपये (वार्षिक लक्ष्य का 65 प्रतिशत) था। अधिया ने कहा, दोनों (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली) को मिलाकर बजट अनुमान का 73.5 प्रतिशत प्राप्त कर लिया गया है।

उन्होंने कहा, कर राजस्व के रुझान दरअसल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के ताजा अनुमानों का समर्थन करते हैं। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जो पिछले पांच साल की सबसे तेज वृद्धि दर होगी।

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